सीढ़ियाँ चढ़कर बटालियन दफ्तर में टहला तेंदुआ, एसआरपीएफ कैंप में हड़कंप

अमरावती, (अमोल खोडे) २२ जून: शनिवार देर रात करीब 1 बजे शहर से सटे पोहरा वन क्षेत्र के पास स्थित एसआरपीएफ कैंप के बटालियन दफ्तर में एक तेंदुए ने धमाकेदार एंट्री लेकर सभी को हैरान कर दिया। सीढ़ियाँ चढ़ते हुए वह कार्यालय परिसर में घुसा, दफ्तर के बरामदे में घूमते हुए शिकार की तलाश करता रहा और फिर उसी शान से बाहर निकल गया। यह पूरा घटनाक्रम वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में स्पष्ट रूप से कैद हो गया है। (वीडियो लिंक)
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वन विभाग का मानना है कि तेंदुआ अपनी पसंदीदा शिकार श्वान की तलाश में आया था। परिसर में फेंके गए फूड वेस्ट के कारण बड़ी संख्या में कुत्तों का जमावड़ा बना रहता है, जो जंगली जानवरों को आकर्षित करता है। रविवार को वडाली वन परिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरने के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया।
पहले भी दिख चुका है तेंदुआ
इस घटना से महज तीन दिन पहले, ऐसा ही एक तेंदुआ तपोवन क्षेत्र की डॉक्टर कॉलोनी में देखा गया था। वहां भी उसका उद्देश्य एक श्वान का शिकार करना था। बार-बार हो रही इन घटनाओं से नागरिकों में दहशत का माहौल बन गया है।
पोहरा-चिरोड़ी जंगल: तेंदुओं का गढ़
वन विभाग के अनुसार, पोहरा और चिरोड़ी के घने जंगलों में करीब 20 तेंदुए निवास करते हैं। आमतौर पर वे जंगल में उपलब्ध छोटे तृणभक्षी प्राणियों का शिकार करते हैं, लेकिन शिकार की कमी या श्वानों की गंध उन्हें शहरी सीमा तक खींच लाती है। हालांकि, तेंदुआ स्वभाव से इंसानों से टकराव टालता है।
बाघ भी बना है "मेहमान"
उक्त क्षेत्र में एक पीला पट्टेदार नर बाघ भी पिछले एक वर्ष से मौजूद है। यहां की वन संपदा ने उसे रोक रखा है, परंतु मादा बाघ की अनुपस्थिति में उसका ज्यादा समय टिकना संभव नहीं है। वन विभाग का अनुमान है कि बारिश बढ़ते ही यह बाघ वापस अपने अधिवास की ओर लौट जाएगा, जैसा कि पूर्व में दो अन्य बाघों ने किया था।
नागरिकों से सतर्कता की अपील
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि तेंदुए या बाघ का इंसानों पर सीधा हमला दुर्लभ होता है। लेकिन खतरे की स्थिति में वे पलटवार कर सकते हैं। इसलिए जंगल से सटे क्षेत्रों के निवासियों को सावधानी बरतनी चाहिए। विशेष रूप से रात के समय बच्चों पर निगरानी रखें, पालतू श्वानों को खुला न छोड़ें और परिसर की स्वच्छता बनाए रखें, जिससे जंगली जानवरों को आकर्षण की कोई वजह न मिले।